युवाओं के सपनों को पंख लगा रही है हिमालयीय यूनिवर्सिटी

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देहरादूनः बारहवीं के बाद विभिन्न क्षेत्रों में करियर बनाने का सपना देखने वाले स्टूडेंट्स के लिए हिमालयीय यूनिवर्सिटी बेहतर विकल्प साबित हुई है। काफी लंबे-चैड़े क्षेत्रफल में फैले इस विश्वविद्यालय का वातावरण ज्ञानार्जन-अध्ययन के बहुत अनुकूल है। डोईवाला के जीवनवाला में स्थित इस यूनिवर्सिटी में पर्याप्त फैकल्टी के साथ विद्यार्थियों के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हैं।

हिमालयीय यूनिवर्सिटी विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की निजी विश्वविद्यालयों की सूची में शामिल है तथा यह राज्य सरकार के हिमालयीय यूनिवर्सिटी एक्ट, 2019 के तहत स्थापित है। योग, पर्यटन, चिकित्सा, आपदा प्रबंधन, पत्रकारिता, सूचना प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में बढ़ती मानवसंसाधन की मांग और आवश्यकता के दृष्टिगत यह विश्वविद्यालय छात्रों को यहां वाजिब शुल्क दरों पर इन समेत अन्य अनेक क्षेत्रों के कोर्स (प्रोग्राम) कराता है। यूनिवर्सिटी कैंपस में ही रहकर अध्ययन करने वाले छात्रों के लिए 31 प्रतिशत छात्रवृत्ति (स्काॅलरशिप) की सुविधा यहां दी जाती है। शिक्षा सत्र 2020-21 के लिए यहां प्रवेश प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है। इस विश्वविद्यालय की प्रसिद्धि और लोकप्रियता का अंदाजा इसीसे लगाया जा सकता है कि अनेक विद्यार्थी और उनके परिजन यहां रोजाना जानकारी प्राप्त करने आतेे हैं तथा अनेक विद्यार्थी विश्वविद्यालय की वेबसाइट के माध्यम से सवाल पूछकर अपनी जिज्ञासाओं को शांत करते हैं।
विश्वविद्यालय के सचिव बालकृष्ण चमोली बताते हैं कि यूनिवर्सिटी का उद्देश्य देश के लिए बेहतरीन मानव संसाधन तैयार देश के विकास में योगदान देना है। हम चाहते हैं कि हम विभिन्न क्षेत्रों में जाने की इच्छा रखने वाले युवाओं के सपनों को पंख लगाएं। इसलिए यूनिवर्सिटी ने फी स्ट्रक्चर अन्य यूनिवर्सिटीज के मुकाबले काफी कम रखा है। हमारे यहां बीएससी मेडिकल तथा नाॅनमेडिकल तथा बीएससी आईटी कोर्स कराए जाते हैं। काॅमर्स में यूजी और पीजी के साथ ही जर्नलिस्म एंड मास कम्युनिकेशन, फिजियोथेरैपी, योगिक साइंस, वास्तुशास्त्र एंड एस्ट्रोलाॅजी, फिजियोथेरैपी, आप्टोमेट्री के कोर्स कराए जाते हैं। होटल मैनेजमेंट, हाॅस्पिटल मैनेजमेंट, इन्फाॅर्मेशन टेक्नोलाॅजी के भी कोर्स हैं। हाॅस्पिटल मैनेजमेंट में बीबीए-एमबीए कोर्स की सुविधा है तो आपदा प्रबंधन, इनर्जी स्टडीज, एविएशन, हाॅस्पिटलिटी तथा पर्यटन में एमबीए की सुविधा है। चिकित्सा के क्षेत्र में जाने वाले छात्रों के लिए बीएएमएस तथा एमडी के कोर्स भी उपलब्ध हैं। इस शिक्षण सत्र में विभिन्न कोर्सों में प्रवेश के लिए यूजी में 40 प्रतिशत तथा पीजी में 45 प्रतिशत अंक की अनिवार्यता है। आरक्षित श्रेणी के छात्रों के लिए 5 प्रतिशत की अतिरिक्त छूट रहेगी।

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