दूसरे धर्म में शादी करने पर युगल को मिलेंगे 50 हजार रुपये
यूपी की योगी सरकार लव जिहाद के खिलाफ बना रही कानून
देहरादूनः लव जिहाद पूरे देश में एक बड़ी समस्या बन चुका है। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार इसके लिए कानून लाने जा रही है, लेकिन अजब हाल यह है कि उत्तराखंड की त्रिवेंद्र सरकार कानून लाना तो दूर, इसे एक प्रकार से प्रोत्साहन दे रही है। सरकार द्वारा दूसरे धर्म में शादी करने पर आर्थिक लाभ दिए जाने का प्रावधान किया गया है। इस सरकारी फरमान की सोशल मीडिया पर तीखी आलोचना होने लगी है। पहले ही एक धर्म विशेष के युवकों द्वारा द्वारा उत्तराखंड की अनेक युवतियों को भगा ले जाने और दुराचार करने जैसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
जिला समाज कल्याण अधिकारी, टिहरी गढ़वाल द्वारा हाल ही में एक पत्र जारी किया गया, जिसमें उल्लेख है कि अंतर्जातीय और अंतर्धार्मिक विवाह को प्रोत्साहन देने के लिए सरकार ने एक योजना आरंभ की है, जिसके तहत एक धर्म से दूसरे धर्म में विवाह करने वाले युगल को 50 हजार रुपये दिए जाएंगे। हालांकि पत्र में इस योजना का उद्देश्य राष्ट्रीय एकता की भावना जाग्रत करना बताया गया है, लेकिन सरकार की यह सोच निरर्थक लगती है, क्योंकि पिछले कुछ सालों में देखने आया है कि एक धर्म विशेष के युवक पहाड़ में युवतियों को अपने जाल में फंसाकर उन्हें भगाकर ले जा रहे हैं। बताया जाता है कि उनके धर्म में दूसरे धर्म की लड़की से विवाह करने पर उन्हें बड़ी धरराशि दी जाती है और इसके लिए उन्हें प्रोत्साहित किया जाता है। यह बात भी गौर करने लायक है कि कोई भी हिंदू आज मुस्लिम लड़की से विवाह नहीं करना चाहेगा, जबकि मुसलमान सहर्ष हिंदू लड़की से निकाह करना चाहता है। इस परिस्थिति के आधार पर देखें तो सरकार की यह योजना एक धर्म के लोगों के लिए ही लाभकारी होगी और उस धर्म के लोग बड़ी संख्या में हिंदुओं की लड़कियों से विवाह करेंगे। इससे पहाड़ में एक प्रकार का असंतोष और आक्रोश व्याप्त हो सकता है।
दूसरी ओर, लव जिहाद से चिंतित उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने इसके खिलाफ कानून लाने का सराहनीय फैसला किया है। राज्य में बढ़ते लव जिहाद के मामलों और इस कारण अनेक महिलाओं के साथ हुई आपराधिक घटनाओं के मद्देनजर योगी सरकार ने इसका प्रस्ताव गृह विभाग ने कानून विभाग को विधिक राय के लिए भेजा है। वहां से मंजूरी के बाद इसे विधानसभा में पास किया जाएगा। देवरिया में एक चुनावी सभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसका ऐलान किया था। उत्तर प्रदेश सरकार के इस निर्णय की सर्वत्र प्रशंसा हो रही है।
उधर, रुद्रपुर में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने लव जिहाद पर कहा कि लव जिहाद की आड़ में सांप्रदायिकता को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने टिहरी के समाज कल्याण अधिकारी द्वारा जारी किए गए पत्र पर कहा कि उन्होंने मुख्य सचिव को जांच के आदेश दे दिए हैं। समाज कल्याण अधिकारी को ऐसे किसी भी पत्र को जारी करने का अधिकार नही है।