सेक्स वीडियो वायरल होने के बाद क्षेत्र मे बबाल
देहरादून। आखिरकार सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बलात्कार के आरोपी खानपुर के विधायक उमेश कुमार के एक सेक्स वीडियो वायरल होने के बाद कड़ा एक्सन लिया है। विधायक उमेश पर शिकंजा कसने की पहली कार्यवाही मे उसकी वाई श्रेणी की सुरक्षा व्यवस्था वापस ले ली है। सूत्रों के अनुसार शासन स्तर से पत्र जारी हो चुका है। अपने त्वरित एक्शन के लिए जाने जाते धामी ने फिर यह साबित किया है कि वह अवैध क्रिया कलापों मे लगे किसी भी व्यक्ति को बर्दाश्त नही करेंगे।
उमेश को मिली थी वाई श्रेणी की सुरक्षा
स्टिंगबाज से नेता बने खानपुर विधायक उमेश कुमार को विधायक बनने के बाद 14 जुलाई 2022 को वाई श्रेणी की सुरक्षा व्यवस्था राज्य सरकार की ओर से मुहैया कराई गयी थी। इसके साथ उसे एस्कार्ट की सुविधा भी मुहैया कराई गयी थी। उसके देहरादून आवास पर भी पुलिस गार्द तैनात की गयी थी। हालांकि आरोप है कि पुलिस एस्कार्ट की आड़ मे वह प्रोपर्टी और रंगदारी तथा लोगों को धमका रहा था। उमेश को इससे पहले वर्ष 2016 मे केंद्रीय गृह मंत्रालय की औधोगिक पुलिस बल की सुरक्षा मिली थी।
दिल्ली हाई कोर्ट मे चल रहा है रेप का मुकदमा
उमेश कुमार पर युवती को शादी जा झांसा देकर रेप का मुकदमा दिल्ली हाई कोर्ट मे चल रहा है। इस रेप की भी दिलचस्प कहानी सामने आयी है। नोयडा मे जिम ट्रेनर युवती के जिम मे उमेश कुमार एक्सरसाइज के लिए जाता था। इस दौरान उमेश कुमार ने उसे बातों मे फंसा कर अपने चैनेल समाचार प्लस मे वाइस प्रेसिडेंट का ऑफर दे दिया। युवती ने चैनल जॉइन कर लिया। इस दौरान उमेश उसे कई स्थानों पर ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया। जब युवती को पता लगा कि उमेश कुमार शादीशुदा और दो बच्चों का बाप है तो वह दिल्ली पुलिस के पास पहुंची। उमेश ने दोबारा उसे झांसे मे लेकर और उससे एफ़िडेविट ले लिया। युवती और उसके दोस्त को रंगदारी और ब्लेकमेलिंग के मुकदमे मे जेल पहुंचा दिया। इधर पुलिस के जांच अधिकारी से सांठ गांठ कर क्लोज़र रिपोर्ट भी लगवा दी। जब युवती ने बाहर आकर केश की पड़ताल की तो वह हाई कोर्ट पहुंची। कोर्ट मे उसने क्लोजर रिपोर्ट को चुनौती दी है। कोर्ट मे यह तथ्य सामने आया कि युवती के जांच अधिकारी ने बयान ही नही लिए थे।
नये सेक्स वीडियो से सनसनी, आक्रोश
रंगीले मिजाज का स्टिंग बाज विधायक उमेश कुमार का दो सप्ताह पहले एक सेक्स वीडियो वायरल हुआ था। इसमे उमेश युवती के साथ आपत्तिजनक हालत मे रंगरेली मानते दिख रहा है। हालांकि जिस तरह का परिवेश और उ चहलकदमी मे उमेश बार बार कैमरे की ओर देख रहा है उससे लग रहा है कि यह वीडियो उमेश ने खुद युवती को ब्लेकमेल करने के लिए बनाया।के वीडियो के वायरल होते ही खानपुर क्षेत्र मे आम लोगों और महिलाओं मे आक्रोश फैल गया। उन्होंने उमेश कुमार को क्षेत्र मे न घुसने देने की बात कही। लोगों का कहना था कि उनका विधायक चरित्रहीन है वह इसे बरदाश्त नही करेंगे।
अंकिता हत्याकांड मे भी वीआईपी के तौर पर नाम आया
उमेश कुमार का नाम बहुचर्चित अंकिता हत्याकांड को लेकर भी सामने आया। मामला तब सुर्खियों मे आया जब अंकिता के दोस्त पुष्प ने एक वीडियो जारी किया। वीडियो में पुष्प कहता हुआ सुनाई दे रहा है कि वह 16 सितम्बर को पुलकित आर्य के रिसोर्ट में गया तो वहां उसने एक वीआईपी देखा था। वीडियो में पुष्प ने वीआईपी के कद काठी और हुलिए का भी जिक्र किया है। इस वीडियो में आगे कहा गया है कि उसने यह सारी बातें एसआईटी को उस समय बताई थी जब एसआईटी ने उसे बयान दर्ज करवाने के लिए बुलाया था।
पुष्प ने वीडियो में कहा है कि बाद में एसआईटी ने कुछ वीआईपी के फोटो शिनाख्त करवाने के लिए उनके पास भेजे थे। एक फोटो उन्होंने आइडेंटिफाई किया था, जो खानपुर विधायक का था। लेकिन जो वीआईपी उसने देखा था, वह खानपुर विधायक नहीं थे। पुष्प के बयान के अनुसार, रिजॉर्ट में उसने उमेश कुमार को नहीं देखा था। लेकिन यह वीडियो सामने आते ही उमेश कुमार का नाम फिर से विवादों में आ गया। कई लोग आरोप लगा रहे हैं कि उमेश कुमार ने डरा धमकाकर पुष्प से यह वीडियो जारी करवाया है। इस वीडियो को लेकर कई तरह के सवाल उठाये जा रहे हैं। पहला यह कि इस वीडियो की क्या जरूरत थी। दूसरा यह कि जम्मू का रहने वाला पुष्प खानपुर विधायक को कैसे और कब से जानता है। इस वीडियो में उसने सिर्फ खानपुर विधायक का जिक्र क्यों किया। क्या दबाव डालकर उससे यह वीडियो बनवाया गया और यह दबाव किसका था? उमेश कुमार ने विधान सभा मे अपने उपर लगे आरोपों को भी उठाया था।
इस मामले में सबसे प्रमुखता के साथ सामाजिक कार्यकर्ता भावना पांडे सामने आई। भावना पांडे ने भी एक वीडियो जारी किया था। भावना पांडे उस वीडियो में साफ कहती हुई सुनाई दे रही हैं कि अंकिता मर्डर का वीआईपी सौ प्रतिशत उमेश कुमार ही हो सकता है।