हरिद्वार का किला फतह करने को निशंक पहली पसंद

राज्य की तीन लोक सभा सीट फाइनल होने के बाद पौड़ी और हरिद्वार को लेकर अभी कुहांसा छँटना बाकी है, लेकिन विकास और लोकप्रियता के मानक पर वर्तमान मे हरिद्वार के सांसद और पूर्व सीएम डॉ रमेश पोखरियाल निशंक कार्यकर्ताओं की पहली पसंद है इसमे कोई दो राय नही है।

सीएम कार्यकाल मे कई ऐतिहासिक कार्यो के चलते देश भर मे सुर्खियों मे आये निशंक को 2014 मे भाजपा ने हरिद्वार से चुनाव मे उतारा तो निशंक बड़े अंतर से जीत हासिल करने मे सफल रहे। इस दौरान हरिद्वार मे केंद्र के सहयोग से सड़कों के चौडीकरण, फ्लाईओवर घाटों के सौंदर्यकरण सहित कई उल्लेखनीय कार्य हुए। डॉ निशंक एक पत्रकार वार्ता मे दावा कर चुके हैं कि उनके 10 वर्ष के कार्यकाल मे जितने कार्य हुए उतने 60 वर्ष मे कांग्रेस नही कर पायी। अकेले हरिद्वार जिले मे 60 हजार करोड़ के कार्य हुए हैं जो कि ऐतिहासिक है।

निशंक की लोकप्रियता और उनका अनुभव जिसमे वह राज्य और केंद्र के साथ समन्वय स्थापित करने मे सफल रहे जिससे पंचायत चुनाव मे भाजपा को ऐतिहासिक जीत मिली। धामी निशंक की जोड़ी ने पंचायत मे इतिहास रचा। चुनाव मे जिला पंचायत और ब्लॉक प्रमुख भाजपा के जीते और कांग्रेस का पंचायतों से सूफड़ा साफ हो गया।

दूसरे दलों मे सेंधमारी मे माहिर निशंक कई बार खुद को साबित भी कर चुके हैं। सपा, बसपा और कांग्रेस का ढांचा आज जीर्णशीर्ण स्थिति मे है और पंचायत से लेकर संगठन तक तमाम नेता भाजपा पटका पहन चुके है। क्षेत्र मे पार्टी का ग्राफ बढ़ने के मुख्य कारणों मे पीएम मोदी की लोकप्रियता के अलावा निशंक का कौशल और कार्य भी माने जाते हैं। निशंक हरिद्वार के जातीय समीकरणों से अच्छी तरह वाक़िफ़ हैं। सभी वर्गों मे मजबूत पकड़ के चलते विपक्ष मे हरिद्वार के किले मे सेंधमारी मुश्किल चुनौती बनी है।

निशंक के अथाह अनुभव कार्यशैली का परिणाम है कि मोदी सरकार की योजनाओं को वह अपने क्षेत्र मे लोगों को लाभ दिलाने मे सफल रहे। इस दौरान वह 8 लाख लोगों को इन योजनाओं के जरिये लाभ पहुंचाने मे सफल रहे। इसमे इसमे 1 लाख से अधिक उज्ज्वला गैस कनेक्शन का गरीबों को वितरण, 80 हजार मुफ्त गैस कनेक्शन, इलाज के लिए प्रधान मंत्री राहत कोष, पीएम जीवन ज्योति बीमा मे हजारों को लाभ दिलाने सहित मुद्रा योजना मे 80 हजार युवाओं को उद्यम स्थापित करने को लाभ दिलाया।

राज्य की हॉट सीट हरिद्वार मे टिकट फाइनल नही हुआ है, लेकिन मुकाबले मे इस बार भी जनता और पार्टी की पसंद निशंक ही मैदान मे उतर सकते है। एक और पौड़ी मे फंसे पेंच के बाद भाजपा हरिद्वार की सीट पर अटकी है, लेकिन विपक्षी कांग्रेस इस पर टकटकी लगाए हुए बैठी है। कांग्रेस भाजपा के टिकट और समीकरण के बाद पत्ते खोलने की जुगत मे है।