देहरादून। देश ही नही विश्वभर में उत्तराखण्ड पुलिस के सबसे बेहतरीन योद्धा शक्तिमान अश्व की टांग तोड़ने के कृत्य से प्रसिद्धि हांसिल कर चुके भाजपा के मसूरी क्षेत्र के विधायक गणेश जोशी इस बार फिर सुर्खियों में हैं।
इस बार उन्होंने किसी घोड़े की टांग तो नही तोड़ी बल्कि चाटुकारिता की पराकाष्ठा ही तोड़ डाली। हनुमान चालीसा की तर्ज पर बाकायदा मोदी चालीसा लिख ही नही डाली बल्कि त्रिवेंद्र सरकार में राज्य मंत्री धन सिंह रावत के हाथों मोदी चालीसा का विमोचन करने के पश्चात हनुमान चालीसा की धुन पर मंच से ही स्वयं और कार्यक्रम आये लोगो से गवा दी।
हालांकि मोदी जी इस तरह की चाटूकारिता को लेकर कई मर्तबा सख्त लहजे में कार्यकर्ताओं और अपने शुभचिंतकों को संदेश दे चुके हैं कि ‘कि मोदी को यह पसन्द नही’ लेकिन गणेश जोशी किसकी सुनने वाले।
दरअसल उत्तराखण्ड में त्रिवेंद्र सरकार की कैबिनेट में 2 मंत्री पद खाली पड़े हैं, आये दिन मन्त्रिमण्डल के विस्तार की खबरे आती रहती हैं,जैसे ही खबरे उड़ती हैं वैसे ही विधायक दिल्ली की चौखटे चूमने निकल पड़ते हैं,उसमें भी गणेश जोशी अब्बल ही रहते हैं,अपनी सैन्य पृष्ठभूमि को भी वो अपना राजनैतिक हथियार के रूप में प्रयोग करने से नही चूकते।हालांकि बद्रीनाथ से विधायक महेंद्र भट्ट भी मंत्री पद की दावेदारी को लेकर सजग रहतें हैं,महेंद्र भट्ट ने कोरोना काल में हिंदुत्व को हथियार बना अपनी फेसबुक पोस्टो से खूब सुर्खियां बटोरी। बहरहाल विधायको की हरकतें तो जग जाहिर हैं,लेकिन सवाल ये उठता है कि त्रिवेंद्र सरकार में राज्य मंत्री धन सिंह रावत को क्या इतनी भी भनक नही की वह किस तरह के कार्यक्रम में जा रहे हैं? वँहा कार्यक्रम का एजेंडा क्या है? जबकि मंत्री को उसका स्टाफ मिनट टू मिनट कार्यक्रम देता है, इस कोरोना काल में मंत्री और विधायक के इस तरह की मोदी चालीसा पाठ करने से किरकिरी और जग हंसाई तो हो ही रही हैं,वंही सम्भवतः मोदी भी इस तरह की हरकतों से नाखुश जरूर दिखेंगे। विवादों में बने रहने का रिकॉर्ड त्रिवेंद्र सरकार में मंत्री के रूप में सबसे अधिक धन सिंह को ही जाने वाला है।