उत्तराखंड के अपराध जगत में पिछले करीब 12-13 वर्षों से एक ऐसा अपराधी जुड़ा है, जिस पर साल दर साल मुकदमों की संख्या बढ़ती जा रही है। बलात्कार, जमीन कब्जाना, ब्लैकमेलिंग, अवैध हथियार रखना, भ्रष्टाचार, धोखाधड़ी, आपराधिक षड्यंत्र, फर्जी कागजात तैयार करना और धमकी देने जैसे तीन दर्जन से ज्यादा मामले उसके खिलाफ दर्ज हैं। केवल उत्तराखंड ही नहीं देश के तमाम दूसरे राज्यों में भी उस पर कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं, जिसमें कई बार उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट भी जारी हुए हैं। वह जेल जाने से बचने के लिए इधर-उधर भागता रहा है। लेकिन वही अपराधी आज विधानसभा में जनता का प्रतिनिधि बनकर बैठा हुआ है।
एक ऐसा अपराधी, जिसके लिए किसी को ठगना, धमकी देना, चोरी करना, बलात्कार और भ्रष्टाचार सामान्य सी बात है, वह उत्तराखंड में रातों रात करोड़पति बन गया। दो-तीन साल में ही उसने करोड़ों की जमीन, गाड़ियां और आभूषण खरीद लिए। प्रदेश की जनता की मेहनत की कमाई को ब्लैकमेलिंग और भ्रष्टाचार के जरिए लूटने वाले उमेश कुमार को जेल की सलाखों के पीछे होना चाहिए था, लेकिन दुर्भाग्य है उत्तराखंड का कि वह विधायक बना घूम रहा है।
उमेश कुमार में उत्तराखंड का किस तरह खून चूसा है, इसको सिर्फ इस बात से समझा जा सकता है कि शुरुआत में जब उसने अपना काम शुरू किया था, तो उसके सामने दो जून की रोटी का भी संकट था और आज वह अरबों में खेल रहा है।
अब हम आपको बताते हैं उमेश कुमार की काली कमाई के बारे में…
इसी साल हुए विधानसभा चुनाव के नामांकन पत्र में उमेश कुमार ने बताया कि उसके बैंक खातों में दो करोड़, 24 लाख, 13 हजार 127 रुपए जमा हैं। जबकि उसकी पत्नी सोनिया कुमार के खाते में एक करोड़, 55 लाख 27 हजार 390 रुपए, बेटे दक्ष कुमार के खाते में 35 लाख, 26 हजार 697 और देवांश कुमार के खाते में 48 लाख 36 हजार 366 रुपए जमा हैं। इसके अलावा उसके पास गाड़ियों और सोने के रूप में कुल पांच करोड़, 23 लाख, 76 हजार 127 रुपए और पत्नी के पास दो करोड़ 97 लाख, 27 हजार 390 रुपए की चल संपत्ति है।
उमेश कुमार ने 2016-17 में अपने और पत्नी सोनिया कुमार के नाम पर करोड़ों रुपए की जमीनें खरीदी, जिनकी मौजूदा कीमत 42 करोड़, 14 लाख 50 हजार रुपए है। इसके अलावा उसने अपने और पत्नी के नाम पर मकान और फ्लैट भी खरीदे, जिसकी मौजूदा कीमत तीन करोड़, 70 लाख रुपए है। सिर्फ इतना ही नहीं ब्लैकमेलिंग माफिया उमेश कुमार ने करोड़ों रुपए की गाड़ियां भी खरीदी। उसने एक करोड़ रुपए मूल्य की लैंड क्रूजर, दस लाख रुपए बस सेरिटा, 25 लाख रुपए की मर्सिडीज एस क्लास 350, 73 लाख, 83 हजार रुपए की मर्सिडीज जीएलई, 45 लाख रुपए की जगुआर एक्सएफ, 13 लाख, रुपये की दो मारुति सुजुकी जिप्सी, एक करोड़, 10 लाख रुपए की दो टाटा विंगर वैनिटी, पांच लाख रुपए का ट्रैक्टर रोटर, एक लाख की होंडा सिटी और पांच लाख की फॉर्च्यूनर भी खरीदी। उसने पत्नी के लिए भी 14 लाख रुपए की ऑडी और 25 लाख रुपए की डिस्कवरी भी खरीदी।
इस सबको जोड़ा जाए तो करीब 54 करोड़, 89 लाख, 16 हजार 580 रुपए। उमेश कुमार आखिर ऐसा क्या करता है, जिससे उसने इतनी जल्दी इतना ज्यादा पैसा कमाया। वह कहता है कि खेती, मीडिया सलाहकार और फर्म के लाभांश से उसने यह कमाई की है। कोई इससे पूछे कि ऐसी अंधी कमाई किस खेती में है। उमेश कुमार का झूठ यही पकड़ में आ जाता है क्योंकि करोड़ों की संपत्ति इकट्ठा करने वाले उमेश कुमार ने आयकर विभाग को अपनी कुल कमाई कुल पांच करोड़, 72 लाख, 22 हजार, 421 रुपए बताई है। अगर पत्नी की पांच साल की कमाई भी जोड़ ली जाए तो केवल छह करोड़, 55 लाख, 25 हजार, 27 रुपए होता है। उस पर और उसकी पत्नी पर केवल दो करोड़, 87 लाख, 13 हजार, 698 रुपए का बैंक लोन है। मतलब साफ है उमेश ने करोड़ों की काली कमाई कर जमकर अय्याशी की है। साथ ही चुनाव आयोग और आयकर विभाग को गलत और झूठी जानकारी देकर गुमराह करने का काम भी किया है। इसके अलावा उसके दोनों बेटों के बैंक खाते में भी लाखों रुपए जमा हैं, जिसका उसने आयकर विभाग को कोई विवरण नहीं दिया है।