देहरादून। धन के दुरुपयोग के मामले में उत्तराखंड की तीरथ सरकार भी पीछे नहीं है। टीवी चैनलों पर पानी की तरह पैसा बहाने के कारण त्रिवेंद्र सरकार की किरकिरी हुई तो तीरथ सरकार की इस बात पर आलोचना हो रही है कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक की ’सेवा’ में राज्य सरकार का हेलीकाॅप्टर लगा रखा है।
उत्तराखंड की हालत बहुत खराब है। यह राज्य विकास के लिए छटपटा रहा है। बेरोजगारी चरम पर है। चिकित्सा व्यवस्था डावांडोल है। अस्पतालों से पहुंचने से पहले ही गर्भवती महिलाओं की मौत हो रही है। अस्पतालों में कहीं डाॅक्टर नहीं हैं तो कहीं अस्पतालों तक पहुंचने के लिए सड़कें नहीं हैं। गांवों के मरीज और दुर्घटनाओं में घायल होने वाले अनेक लोग इसलिए मौत के मुंह में चले जाते हैं कि वे समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाते हैं। गाड़ियों के बजाय उन्हें अस्पतालों तक पहुंचाने के लिए हेलीकाॅप्टर की व्यवस्था हो तो इन लोगों की जान बचाई जा सकती है, लेकिन शायद सरकार ने इस ओर सोचा ही नहीं है। उधर, सरकार अपनी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के दौरों के लिए सरकारी हेलीकाॅप्टर उपलब्ध करा रही है, जबकि यह कार्यक्रम सरकारी नहीं, केवल भाजपा का है। इस हिसाब से किसी पार्टी अध्यक्ष को सरकारी हेलीकाॅप्टर उपलब्ध करवाना नियमविरुद्ध और सरकारी धन का दुरुपयोग है। सरकार में रुतबे और पद के लिहाज से देखें तो मदन कौशिक वर्तमान में मात्र एमएलए हैं। अतः एमएलए को सरकारी हेलीकाॅप्टर तो किसी भी दशा में नहीं दिया जा सकता। समझ नहीं आ रहा है कि तीरथ सरकार ऐसा करके राज्य को किस ओर ले जा रही है! हाल ही में मदन कौशिक ने सरकारी हेलीकाॅप्टर से बागेश्वर का दौरा किया है। इसकी सियासी जगत में चर्चा और आलोचना हो रही है। कर्ज के बोझ तले गरीब राज्य के लिए यह किसी भी रूप में सही नहीं ठहराया जा सकता है।