प्रधानमंत्री ने किया सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांटों का उद्घाटन, निशंक ने आभार जताया
नई दिल्ली। उत्तराखंड में गंगा अब बहुत सीमा तक प्रदूषणमुक्त हो जाएगी। बदरीनाथ, ऋषिकेश और हरिद्वार में इसकी पवित्रता लगभग पूर्ववत हो जाएगी। अगले वर्ष होने वाले महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालु गंगा की पवित्रता को लेकर अच्छा संदेश लेकर जा सकेंगे। केन्द्र सरकार की नमामि गंगा परियोजना के कारण यह संभव हो पाया है।
अपने उद्गम प्रदेश उत्तराखंड में ही गंगा प्रदूषित हो रही थी। गंगा किनारे अनेक शहरों के नाले गंगा में बहाये जा रहे थे। ऐसे कुल 135 गंदे नाले नदी में गिर रहे थे। अब इनमें से 128 नालों को नदी में बहने से रोक दिया गया था। केंद्र सरकार ने 2014 में गंगा को प्रदूषणमुक्त करने के लिए नमामि गंगे नामक एक परियोजना आरंभ की। इसके तहत पूरे देश में गंगा की शुद्धता के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं। उत्तराखंड में इस परियोजना के तहत 21 स्नान घाट और 23 मोक्षघाटों का निर्माण भी कराया गया है। यहां नदी में मछलियों की नई-नई प्रजातियां भी दिखायी देने लगी हैं।
उत्तराखंड में नमामि गंगा के तहत गंगा में सीवरेज बहाने पर रोक के लिए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाए गए हैं। मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 521 करोड़ की लागत के इन छह सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का वर्चुअल उद्घाटन किया। इनमें बदरीनाथ, चंद्रेश्वर मुनि की रेती, चोरा पानी मुनि की रेती, लक्कड़घाट ऋषिकेश तथा जगजीतपुर हरिद्वार के सीवर ट्रीटमेंट प्लांट शामिल हैं। जलशक्ति मंत्रालय द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ’जल जीवन मिशन’ के लोगों का अनावरण करने के साथ ही मार्ग दर्शिका पुस्तिका का विमोचन भी किया। उन्होंने हरिद्वार में ’गंगा अवलोकन’ संग्रहालय
का भी उद्घाटन किया। श्री मोदी ने गंगा पर आधारित पुस्तिका ’रोइंग डाउन दि गंगेज’ का विमोचन भी किया।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि गंगा हमारी अमूल्य विरासत है, यह हमारी संस्कृति की आधारशिला है। देश की लगभग आधी आबादी को समृद्ध करने वाली गंगा की स्वच्छता और अविरलता भारत सरकार की प्राथमिकताओं में एक है। नमामि गंगा परियोजना के अपेक्षित परिणाम आने लगे हैं। आरंभ में मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत किया। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तराखंड सरकार द्वारा गंगा की स्वच्छता के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी।
इस संबंध में कंेद्रीय शिक्षा मंत्री तथा हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र के सांसद डाॅ. रमेश पोखरियाल निशंक ने बताया कि नमामि गंगे परियोजना ने गंगा को स्वच्छ और निर्मल बनाने में कारगर भूमिका निभायी है। यह केंद्र की भाजपा सरकार की बड़ी उपलब्धियों में एक है। उन्होंने उत्तराखंड के सीवरजेज ट्रीटमेंट प्लांटों का उद्घाटन करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि गंगा के प्रति प्रधानमंत्री जी की दूरदृष्टि और श्रद्धा के कारण आज वह अपने पुराने स्वरूप में लौट रही है। उन्होंने कहा कि हरिद्वार मंे ही 20 गंदे नालों को नदी में बहने से रोकना बड़ी बात है। ’गंगा अवलोकन’ संग्रहालय यहां आने वाले श्रद्धालुओं की गंगा के प्रति आस्था को और बढ़ाएगा। इससे लोगांे को गंगा के विषय में बहुत-सी जानकारियां प्राप्त हो पाएंगी। परंपरा और आधुनिकता का श्रेष्ठ संयोग यह म्यूजियम प्रधानमंत्री श्री मोदी की श्रद्धालुओं के लिए अनुपम भेंट है।
उन्होंने कहा कि गंगा की निर्मला में निरंतर सुधार होना प्रसन्नता की बात है। प्रधानमंत्री का सपना है कि गंगा के किनारे पेड़ लगाकर किनारों को हरा-भरा किया जाएगा। डाॅ. निशंक ने कहा कि इस प्रकार गंगा की निर्मलता के अभियान से न के केवल गंगा स्वच्छ होगी, बल्कि देश में पर्यावरण संरक्षण भी हो पाएगा।