तीन धारा में देखिए ’खाकी में भगवान’

देवप्रयाग पुलिस ने अपने खर्चे में खोला ढाबा, यात्रियों को निःशुल्क भोजन
देवप्रयाग। पुलिस को केवल भ्रष्ट, एकक्षीय और लापरवाह कहने वाले लोगों को यह वीडियो भी देखना चाहिए। ऋषिकेश-श्रीनगर मार्ग पर तीन धारा में पुलिस जिन भूखे यात्रियों को भोजन करा रही है, उनके लिए वह भगवान से कम नहीं है। ’खाकी में मानवता’ की इस तस्वीर को देखकर लोग बहुत प्रभावित हैं।
इस कोविड काल में सारी व्यवस्थाएं अस्तव्यस्त हो चुकी हैं। एक से दूसरे शहरों के लिए लोगों का आवागमन बहुत कम हो गया है। जो लोग मजबूरी में जा भी रहे हैं, उन्हें रास्ते में अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इनमें भोजन की समस्या प्रमुख है। ऋषिकेश-श्रीनगर मार्ग पर पड़ने वाली दुकानें-ढाबे लगभग बंद हैं।

 

देवप्रयाग से पहले तीन धारा नामक स्थान ढाबों के लिए प्रसिद्ध है। यहां पर 20-25 ढाबों पर यात्री नाश्ता और दिन का भोजन करते थे, लेकिन आजकल वे बंद हैं। ऐसे में देवप्रयाग पुलिस यात्रियों की समस्या के दृष्टिगत अपने खर्चे में एक भोजनालय का संचालन कर रही है, वह भी निःशुल्क। खाना भी अव्वल दर्जे का। यानी घर जैसा। पुलिस का व्यवहार भी शानदार। यात्रियों को बुला-बुलाकर पुलिस के जवान ढाबे में ले जाकर प्यार से भोजन करवाते हैं। भूखे, परेशान और मजबूर आदमी को प्यार के साथ भोजन मिले, इससे बढ़िया क्या हो सकता है! देवप्रयाग पुलिस के इस सेवाभाव और स्नेहिल व्यवहार का हर यात्री कायल है। इस संकटकाल में हर यात्री के मन में पुलिस का यह मानवतायुक्त व्यवहार गहरी छाप छोड़ रहा है। देहरादून से श्रीनगर जा रहे एक यात्री रामेंद्र सिंह ने बताया कि उन्होंने यहां पर संतुष्टि के साथ ताजा और स्वादिष्ट भोजन किया। जितना सुंदर भोजन था, उतना ही सुंदर पुलिस का व्यवहार था।

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