Part 1 – विधायक, वो भी ब्लैकमेलर और अपराधी! जी हां, ये सब सच हो रहा है उत्तराखंड में, जहां एक ब्लैकमेलर, बलात्कारी, भ्रष्टाचारी, अपराधी, गुंडा विधायक बनकर घूम रहा है। ये ब्लैकमेलर उत्तराखंड ही नहीं, देश के कई राज्यों में बड़े संगीन अपराधों में लिप्त रहा है। सोशल मीडिया में अपने आपको हीरो की तरह दिखाने वाला यह शख़्स कौन है? इसका असली नाम क्या है? यह कहाँ से आया है? ये क्या करने की साजिश रचकर उत्तराखंड आया? और फिर कैसे बहुत कम समय मे इसने अरबों रुपए की संपत्ति अर्जित की? हम इसकी पूरी पड़ताल करेंगे और परत दर परत सारे राज खोल कर असलियत जनता के सामने लाएंगे। हम आपको बताएंगे कि किस तरह इस शख़्स ने अपने आस-पास के हर उस आदमी को धोखा दिया, जिसने भी इस पर भरोसा किया, सहारा दिया और इससे जुड़ा। इस जहरीले नाग ने हर उस इंसान को डसा, जिसने इसको अपने पास बैठाया।
जी हां, इसका नाम है उमेश कुमार।
इसके नाम में ही फ्रॉड गिरी छुपी है। ये अब तक कई बार अपने नाम बदल चुका है। कहीं उमेश कुमार, कहीं उमेश जे कुमार, कहीं उमेश बब्बर, कहीं उमेश शर्मा और कहीं उमेश कुमार शर्मा, एक आदमी के इतने नाम। अब हम बताते हैं इसके पीछे की वजह। आखिर क्या कारण है कि इस शातिर बदमाश को इतनी बार अपने नाम बदलने पड़े हैं। इसके पीछे वजह है, वो दर्जनों मुक़दमें, जो इस अपराधी पर चल रहे हैं। जैसे ही किसी नाम पर ज़्यादा मुक़दमें दर्ज हो जाते हैं, तो बचने के लिए यह अपना शातिर दिमाग चलाते हुए फिर एक नया नाम रख लेता है। सबसे पहले उमेश बब्बर के नाम से मुक़दमे दर्ज हुए तो नाम उमेश जे कुमार कर दिया। जब उमेश जे कुमार के नाम से भी मुकदमों की तादाद बढ़ने लगी, तो फिर बेहद शातिर तरीके से नाम उमेश कुमार लिख दिया। जैसे-जैसे मुकदमें बढ़ते रहे, वैसे-वैसे यह बदमाश अपना नाम भी बदलता रहा। लेकिन काम नहीं बदला, हमेशा वही ब्लैकमेलिंग, भ्रष्टाचार, बलात्कार, गुंडागर्दी, धोखाधड़ी और भी ना जाने क्या-क्या।
उमेश कुमार पर पहले दिल्ली में साइकिल चोरी, पॉकेटमारी और ट्रेन टिकट दलाली के मुकदमें दर्ज हुए। दिल्ली के पहाड़गंज में उमेश टिकट ब्लैक करता था। वो दलालों के साथ पहाड़गंज मे ट्रेवल एजेंटों के लिए काम करता था। उमेश का मामा इस धंधे का पहले से पुराना खिलाड़ी था। एक बार, एक बुजुर्ग दम्पति से मुम्बई के तत्काल टिकट के नाम पर मामा-भांजे ने ठगी कर ली। दोनों पैसे लेकर चम्पत हो गए। बुजुर्ग ने जीआरपी में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद मामा-भांजे के ख़िलाफ़ रिपोर्ट दर्ज की गई। पुलिस ने चालान करके दोनों को जेल भेज दिया।
(उमेश कुमार ने शादी का झांसा देकर मेरा कई बार बलात्कार किया…… पढ़िये अगले पार्ट में)