फिर फिसली तीरथ की जबान, कहा-बनारस में होता है कुंभ

देहरादून। कोरोना से पीड़ित होने के बाद क्वारंटीन काल काटकर फील्ड में निकले तीरथ सिंह रावत अपने अटपटे बयान के कारण फिर सुर्खियों में आ गए। इस बार उन्होंने कह दिया कि कुंभ बनारस में भी होता है। कुछ दिन के शांत माहौल के बाद सियासत और समाज में तीरथ सिंह रावत की फिर हंसी उड़ाई जा रही है। लोगों का कहना है कि बयान में एक बार गड़बड़ी होने पर उसे भूल कहा जा सकता है, लेकिन मुख्यमंत्री तो लगातार ही ऊल-जुलूल बयान दे रहे हैं।

अलोकप्रियता और आरोपों से घिरे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत से भाजपा ने छुटकारा तो पा लिया, लेकिन नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने पार्टी की चिंता दूर करने के बजाय और बढ़ा दी है। अटपटे बयानों के कारण वे चर्चाओं में आ गए हैं। ऐसे में सोशल मीडिया पर तीरथ सिंह और प्रदेश भाजपा की जबरदस्त आलोचना हो रही है। इससे पार्टी खासी असहज है। मुख्यमंत्री बनने के बाद तीरथ सिंह रावत ने ’फटी जींस’ पर बयान दिया था, जो सोशल साइट्स पर बहस के केंद्र में रहा। फिर उन्होंने एक भाषण में कहा कि भारत दो सौ वर्षों तक अमेरिका का गुलाम रहा। कोविड-19 के दौरान लोगों को दिए गए मु्फ्त के राशन को लेकर भी तीरथ ने एक हास्यास्पद बात कह डाली। उन्होंने कहा कि प्रति यूनिट पांच किलो राशन दिया गया, जबकि यह प्रति यूनिट नहीं, प्रति परिवार था। दूसरे बयान में तीरथ ने कहा- जिसके घर में दो बच्चे थे, उसके घर दस किलो राशन आया और जिसके घर में 20 बच्चे थे, उसके घर में एक क्विंटल राशन आया। जिसके घर में दस किलो राशन आया, वह एक क्विंटल वाले से जलन करने लगा। इसमें जलन करने की बात नहीं है, तुम्हें भी 20 बच्चे पैदा करने चाहिए थे।
अब एक वीडियो में वे कह रहे हैं कि कुंभ बनारस में भी होता है। उनके इस बयान की भी पहले बयानों की तरह आलोचना हो रही है। लोगों का कहना है कि सामान्य ज्ञान के मामले में तीरथ सिंह शून्य हैं। धर्म-अध्यात्म पर तो उन्हें सोच-समझकर बोलना चाहिए। वहीं, भाजपा को सूझ नहीं रहा है कि वह इन मामलों में कैसे सफाई दे। इससे पार्टी बैकफुट पर है। बहरहाल, तीरथसिंह इसी प्रकार अटपटे बयान देते रहे तो यह उनके लिए खासा नुकसानदायक साबित हो सकता है।

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